गर्म पानी में मेंढक की कहानी

 

गर्म पानी में मेंढक की कहानी


एक बार एक मेंढक गर्म पानी के बर्तन में गिर जाता है। वह वर्तन आग पर रखे होने की वजह से और गरम होने लगता है।

मेंढक तब बहार निकलने की जगह अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित कर के उसमें बैठा रहता है की वो बाद में निकल जायेगा।

पर वर्तन का पानी उबलने लगता है और मेंढ़क से अब तापमान सहन नहीं होता और वो बाहर निकलने की कोशिश में अंदर ही मर जाता है।

नैतिक शिक्षा: हम सबको परिस्थियों के अनुसार ढालना पड़ता है परन्तु कई बार जिन परिस्थियों में ज्यादा उलझने लगें तो उनसे सही समय पर बहार निकलने में ही भलाई होती है।

Comments

Popular posts from this blog

शेर और चूहा

चींटी और कबूतर की कहानी

सुनहरी कुल्हाड़ी और लकड़हारे की कहानी