चिंटू का बालूका

Title: "चिंटू का बालूका"

कहानी एक गांव के छोटे से लड़के चिंटू की है। चिंटू गरीब था, लेकिन उसमें खुशी की बेहद आदत थी। एक दिन, चिंटू ने गांव के किसान से पूछा, "किसान जी, आपके पास बहुत सारा फल-सब्जी होता है। क्या आप मुझे कुछ दे सकते हैं?"

किसान ने देखा कि चिंटू बेहद प्यारा और अच्छा बच्चा है, इसलिए उसने उसे एक बड़ा सा बालूका दिया। चिंटू खुशी-खुशी उस बालूके को अपने घर ले आया।

बालूके के साथ चिंटू का दिन बहुत अच्छा गुजरा। वह उसके साथ खेलता और बातें करता। चिंटू ने अपने दोस्तों को भी बालूके के साथ खेलने के लिए बुलाया।

फिर, रात को जब सब सो गए, चिंटू ने देखा कि उसका बालूका आवाज़ कर रहा है। वह बालूके की तरफ देखा और पता चला कि उसके बालूके में छोटे-छोटे जादू के ताकत हैं!

चिंटू ने दिल से मांगा कि बालूके, कृपया मेरे दोस्तों को मौजूद रहने के लिए एक बड़ा घर बना दो। और जैसे ही वह मांगा, बालूके ने एक बड़ा सा घर बना दिया।

अब चिंटू के घर में बालूके के साथ उसके दोस्त भी खुशी-खुशी रहने लगे। वे सब मिलकर खेलते और बड़े मजे करते।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें वो कम है जो हमारे पास है, और दूसरों की मदद करना हमें खुशियाँ देता है।

मुझे उम्मीद है कि यह कहानी आपके बच्चों को पसंद आई होगी।

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